नगर पालिका परिषद् , बहराइच

जनपद - बहराइच

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राष्ट्रपिता महात्मा गांधी

भारत के माननीय राष्ट्रपिता

महात्मा गांधी ने कहा, "स्वच्छता आजादी से भी अधिक महत्वपूर्ण है।" उन्होंने साफ-सफाई और स्वच्छता को गांधीवादियों के जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बना दिया। उनका सपना सभी के लिए संपूर्ण स्वच्छता था। स्वच्छ भारत की अवधारणा का आधार स्वच्छता सुविधाओं जैसे कि स्वच्छ सौचालय, ठोस और तरल अपशिष्ट निपटान प्रणाली, गांव की साफ-सफाई तथा सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल आपूर्ति को हर व्यक्ति तक पहुँचाना है। 2019 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती पर श्रद्धांजलि के रूप में इस लक्ष्य को प्राप्त करना है।

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श्री नरेन्द्र मोदी

भारत के माननीय प्रधानमंत्री

“प्रिय मित्रो, मुझे यकीन है कि आपने बार-बार सुना है कि स्वच्छता, भक्ति से भी बढ़कर है। 2 अक्टूबर को हम ʺस्वच्छ भारत मिशनʺ की शुरूआत एक बड़े पैमाने पर जन आंदोलन के रूप में भारत को स्वच्छ बनाने के लिए कर रहे हैं। साफ-सफाई महात्मा गांधी के दिल के बहुत करीब थी। 2019 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती पर एक स्वच्छ भारत सबसे अच्छी श्रद्धांजलि होगी। भारत को 'स्वराज्य' प्राप्ति के लिए महात्मा गांधी ने अपने जीवन समर्पित किया। अब समय आ गया है कि हम अपने आप को मातृभूमि की ʺस्वच्छताʺ (साफ-सफाई) के लिए समर्पित करें। मैं आप में से हर एक से आग्रह करता हूं, कि हर साल कम से कम सौ घंटे अर्थात प्रत्येक सप्ताह मे दो घंटे साफ-सफाई के लिए समर्पित करें। अब हम भारत को अशुद्ध रहने नहीं दे सकते। 2 अक्टूबर को मैं स्वंय एक झाड़ू के साथ बाहर इस पवित्र कार्य में योगदान करूगां। आज मैं प्रत्येक व्यक्ति, विशेष रूप से राजनीतिक और धार्मिक नेतृत्वक, महापौरों, सरपंचों और उद्योग के कप्तानों से आग्रह करता हॅू कि तहे दिल से और योजनाबध्द तरीके से अपने शहर, आसपास, घरों, कार्य स्थलों, गांवों की सफाई के कार्य में स्वंय को लगायें। एक स्वच्छ भारत बनाने के लिए मै आप से सक्रिय सहयोग और भागीदारी का अनुरोध करता हॅू।”